मुराद

मुराद

जिसका हमको था इंतजार आखिर वो घड़ी आ गई,
होकर सिंह पर सवार माता रानी सबके घर आ गई,
होगी अब हर मन की हर मुराद पूरी,
हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई |

गाय माता

गाय माता

गोकुल का ग्वाला बनकर वो
गैया रोज़ चराता था,
ईश्वर का अवतार था वो
लेकिन गाय माता की सेवा करता था,
ऐसा महान है यह त्यौहार
जिसने बढ़ाया प्रकृति का मान |

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में ही चारों धाम हैं , 
माता-पिता इस धरती के भगवान हैं I
Baba Ramdev

अपनी गलती

अपनी गलती

यदि आप गड़बड़ करते हैं तो ये आपके माता-पिता की गलती नहीं है, इसलिए अपनी गलतियों का रोना मत रोइए, उनसे सीखिए।